मन बहलाव के साधनों का दुष्प्रभाव:-
आज के तीव्रगामी संसार में त्वरित समाचार , इंस्टेंट मैसेजेस , ई - मेल , फेसबुक , ब्लॉग आदि मनबहलाव के साधनों की वजह से ध्यान भटकना आसान होता है । हमें इस मनबहलाव की लत भी पड़ सकती है । ध्यान का खिंचाव या मनबहलाव मस्तिष्क के उसी हिस्से को सक्रिय करता है , जिसे कोकीन करती है ।10 हालिया शोध बताता है कि अगर हम कामों की अदला - बदली करते हैं , तो शुरुआती काम पर हमारी पूरी एकाग्रता लौटने में 25 मिनट ज़्यादा समय लगता है । यही नहीं , हमारे गलतियाँ करने और उन्हें सुधारने में ज्यादा समय लगाने की भी अधिक संभावना होती है ।
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